कलमसत्यकी
क्या , कोई बताएगा मुझे ?
क्या था मैं ? पूर्व जन्म में !
क्या होऊंगा मैं , मृत्यु के पश्चात् !
कोई नहीं बताता ,
हर कोई निरुत्तर ,
ज्ञानी सुस्त !
फिर क्यों टिप्पड़ी करते हैं ?
"वे चार लोग "
वही चार लोग। जो सिर्फ बोलते हैं !!
कभी दिखाई नहीं देते !!
रचनाकार :
सत्येंद्र (सत्य )
क्या , कोई बताएगा मुझे ?
क्या था मैं ? पूर्व जन्म में !
क्या होऊंगा मैं , मृत्यु के पश्चात् !
कोई नहीं बताता ,
हर कोई निरुत्तर ,
ज्ञानी सुस्त !
फिर क्यों टिप्पड़ी करते हैं ?
"वे चार लोग "
वही चार लोग। जो सिर्फ बोलते हैं !!
कभी दिखाई नहीं देते !!
रचनाकार :
सत्येंद्र (सत्य )
0 Comments