#कलमसत्यकी
कुछ लोग इस बात का मजाक उड़ा रहे हैं जबकी यह बात चर्चा में है की हमें आत्मनिर्भर होना है,स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करना है ।
कुछ लोग इसका मजाक में उड़ा रहे हैं और इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं या या फिर दूसरे की बुद्धि में कुतर्क भरने का प्रयास रहे हैं।
स्वदेशी वस्तु इस्तेमाल करना आत्मनिर्भर होने का तात्पर्य क्या है ?
इसका तात्पर्य यह बिल्कुल नहीं है कि आप कोई भी विदेशी वस्तु इस्तेमाल ही नहीं करेंगे, लेकिन जो चीजें देश में उपलब्ध है या देश के द्वारा बनाई गई कंपनियों के द्वारा उपलब्ध है उन को प्राथमिकता देना चाहिये ,ऐसा मेरा मानना है।
इस बात को आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं कि हम या हमारे बच्चे जब कोई परीक्षा देते थे या हैं तो क्या हम पूरा अंक हर बार ला पाते थे या हमारा बच्चा ला पाता है??नहीं न!
लेकिन हमारा प्रयास यही रहता है कि हम अधिक से अधिक अंक लाएं या हमारा बच्चाअधिक से अधिक अंक लायें।
तो बस यही प्रयास करना है कि कोई भी सामान ,कोई भी वस्तु खरीदने से पहले करना है कि वह भारत का है की नही?
आप को मालूम ही है कि , जब देश में मुगलों और अंग्रेजों का शासन था तो उस समय भी बहुत लोगों ने उनके यहां नौकरी की और उसी काल में बहुत से लोगों ने ,उनको देश से बाहर निकालने के लिए अपनी जान दे दी।
बाकी आप खुद ही समझदार हैं।
मैं क्या कहूं !!
धन्यवाद
#कलमसत्यकी✍️
सत्येंद्र सत्य।
कुछ लोग इस बात का मजाक उड़ा रहे हैं जबकी यह बात चर्चा में है की हमें आत्मनिर्भर होना है,स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करना है ।
कुछ लोग इसका मजाक में उड़ा रहे हैं और इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं या या फिर दूसरे की बुद्धि में कुतर्क भरने का प्रयास रहे हैं।
स्वदेशी वस्तु इस्तेमाल करना आत्मनिर्भर होने का तात्पर्य क्या है ?
इसका तात्पर्य यह बिल्कुल नहीं है कि आप कोई भी विदेशी वस्तु इस्तेमाल ही नहीं करेंगे, लेकिन जो चीजें देश में उपलब्ध है या देश के द्वारा बनाई गई कंपनियों के द्वारा उपलब्ध है उन को प्राथमिकता देना चाहिये ,ऐसा मेरा मानना है।
इस बात को आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं कि हम या हमारे बच्चे जब कोई परीक्षा देते थे या हैं तो क्या हम पूरा अंक हर बार ला पाते थे या हमारा बच्चा ला पाता है??नहीं न!
लेकिन हमारा प्रयास यही रहता है कि हम अधिक से अधिक अंक लाएं या हमारा बच्चाअधिक से अधिक अंक लायें।
तो बस यही प्रयास करना है कि कोई भी सामान ,कोई भी वस्तु खरीदने से पहले करना है कि वह भारत का है की नही?
आप को मालूम ही है कि , जब देश में मुगलों और अंग्रेजों का शासन था तो उस समय भी बहुत लोगों ने उनके यहां नौकरी की और उसी काल में बहुत से लोगों ने ,उनको देश से बाहर निकालने के लिए अपनी जान दे दी।
बाकी आप खुद ही समझदार हैं।
मैं क्या कहूं !!
धन्यवाद
#कलमसत्यकी✍️
सत्येंद्र सत्य।
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