#कलमसत्यकी ✍️
#जरूर #पढ़े। #चर्चा #करें।
#तीन #उंगलियों की #बात
मैं सिर्फ हां में हां मिलाने के लिए किसी बेहतरीन पोस्ट में झूठा कमेंट नहीं करता ये मेरी आदत है।
उस बेहतरीन विचार को आत्मसात करता हूं।
अगर समाज में बदलाव लाना है तो अपने अंदर बदलाव लाना होगा ।
एक उंगली दूसरे की ओर जब हम दिखाते हैं तो तीन उंगलीयाँ अपनी और भी हो जाती है ।
उन तीन उंगलियों को भूल कर के सिर्फ उसी एक उंगली पर चर्चा करते हैं जो दूसरों की ओर रहती है।
समय आ गया है कि उन उंगलियों पर चर्चा करें जिसका इशारा हमारी ओर है।
हम बदलेंगे जग बदलेगा।
लेकिन हम अपने आप को बदलने का प्रयास नहीं करते।
हम हमेशा दूसरों को ही बदलने का प्रयास करते हैं।
दूसरों में कमियां निकालने मे लगे रहते हैं।
पहला नशे का हर सामान बिकना बंद होना चाहिए।
दूसरा सिर्फ सरकार को गाली देने के बजाय इस बात पर गौर करना चाहिए कि क्या आप कोई नशा करते हैं।
क्यों करते हैं?
क्या आपको नही मालूम की ये मौत के मुंह में ले जाती है?
क्या आप सच में इतने भोले हैं कि आपको इसकी जानकारी नहीं है कि शराब और तंबाकू से बने हुए उत्पाद कितने घातक हैं ?
क्या जब सरकार बेचना बंद करेगी तब आप सेवन करना बंद करेंगे।
क्या आप सरकार के गुलाम है?
जो लोग लेख लिखते हैं वह लोग अपने भी गिरेबान में झांके कि क्या वह कोई नशा नहीं करते ?
तब जाकर के बदलाव आएगा।
ज्ञान देना आसान है ।
ज्ञान को अपने अंदर समाहित करना मुश्किल ।
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